आँखों में पानी रखो,
होठों पर चिंगारी रखो,
जिंदा रहना है तो तरकीबे बहुत सारी रखो,
राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं है,
मंज़िलें रास्ते आवाज़ देते हैं,
सफर जारी रखो।
आँखों में पानी रखो,
होठों पर चिंगारी रखो,
जिंदा रहना है तो तरकीबे बहुत सारी रखो,
राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं है,
मंज़िलें रास्ते आवाज़ देते हैं,
सफर जारी रखो।