जो दूसरे को इज्जत देता है,
असल में वो खुद इज़्ज़तदार होता है,
क्योंकि इंसान दूसरो को वही चीज देता है,
जो उसके पास होता है।
जो दूसरे को इज्जत देता है,
असल में वो खुद इज़्ज़तदार होता है,
क्योंकि इंसान दूसरो को वही चीज देता है,
जो उसके पास होता है।