कितना बुरा लगता है,
जब बादल हो और बारीश ना हो,
जब जिंदगी हो और प्यार ना हो,
जब आंखे हो और ख़्वाब ना हो,
जब कोई अपना हो और कोई पास ना हो।
कितना बुरा लगता है,
जब बादल हो और बारीश ना हो,
जब जिंदगी हो और प्यार ना हो,
जब आंखे हो और ख़्वाब ना हो,
जब कोई अपना हो और कोई पास ना हो।