संता और बंता रात को एक बैंक में चोरी करने के लिए घुस गए। अंधेरे में उन्हे बैंक में दो बडे भारी थैले मिली। जिन्हे वे उठा लाये,
और एक एक थैले आपस में बाँट कर अपने अपने घर चले गये।
चोरी के लगभग २० दिन बाद दोनो फ़िर मिले.
संता – तुम्हारे थैले में क्या निकला?
बंता – करीब १५ लाख।
संता – वाह! क्या बात है? तुमने उनका कया किया?
बंता – एक छोटा घर खरीद लिया और एक सेकण्ड हेण्ड कार भी मिल गई। तुम्हारे थैले में क्या निकला?
संता – कुछ नहीं यार, बिल ही बिल थे।
बंता – फ़िर तुमने उनका क्या किया?
संता – क्या करता, ढेर सारे हैं यार, धीरे धीरे करके भर (चुकता कर) रहा हूँ।